Sale!

Pratyahar – Sutron Ka Nirmata Kaun ?

Original price was: ₹50.00.Current price is: ₹45.00.

अइउण् ऋलुक् आदि पाणिनीयप्रत्याहारसूत्रों का महत्त्व संस्कृतव्याकरण के प्रेमी अध्येताओं से छिपा नहीं है। प्रचलित परम्परा के अनुसार इन सूत्रों को महेश्वर अर्थात् महादेव की कृपा से पाणिनि को प्राप्त हुआा माना जाता है। इस शोषपत्र में तदनुसार इस परम्परा की निखिल मान्यताओं का विवेचन करते हुए उन मान्यताओं को महाभाष्य आदि व्याकरण के प्राचीन प्रामाणिक ग्रन्बों के परिप्रेश्य में देखने का प्रयत्न किया गया है। आज से प्रायः चालीस वर्ष पूर्व लेखक ने अपने विचार दिल्ली से निकलने वाली मासिकपत्रिका ‘बुयानन्द सन्देश’ में संक्षिप्तरीत्या प्रस्तुत किये थे। इस के बाद लेखक के दृष्टिपय में अनेक नये प्रमाण और नई-नई बातें आई। नये-नये प्रमाणों को पा कर लेखक के विचार अपने पूर्व मन्तव्य पर उत्तरोत्तर दृढ़ से दृढ़तर होते गये। अब इन सब का निचोड़ इस लघुपुस्तिका में पाठकों के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है। इस के साथ ही पाणिनीयप्रत्याहारसूत्रों से प्रभावित कातन्त्र, चन्द्र, जंनेन्द्र, शाकटायन, सरस्वतीकण्ठाभरण, हैमशब्दानुशासन, मलयगिरिशब्दानुशासन, सारस्वत, मुग्धबोध, संक्षिप्तसार और हरिनामामृत इन ग्यारह पाणिन्युत्तरवर्ती प्रमुत्त ब्या- करणों के प्रत्याहारसूत्रों तथा उन की प्रत्याहारविधा पर भी इस ग्रन्थ में प्रकाश डालने का प्रयत्न किया गया है। कितनी ही बार पाणिन्युत्तरवर्ती अनेक वैयाकरणों ने इन प्रत्याहारसूत्रों से मुक्ति पानी चाही या इन में तरह-तरह के संशोधन प्रस्तुत किये, पर अन्त में वे लोकप्रिय न हो सके। जहां वे व्याकरण आज कहीं नाममात्र से भी प्रचलित नहीं दिखाई पड़ते वहां पाणिनीयव्या करण अड़ाई हजार वर्षों के बाद भी पूर्ववत् सार्व- भौसरूप से प्रतिष्ठित है। दूसरे शब्दों में गत दो अढ़ाई सहस्र वर्षों के अन्तराल में भार- तीय व्याकरणविदों के प्रत्याहारविषयक चिन्तन का पूरा-पूरा लेखा-जोखा आप इस लघुपुस्तिका के परिशिष्टों में प्राप्त कर सकते हैं। इस के अतिरिक्त इस पुस्तिका के अन्त में बहुचचित नन्दिकेश्वरकाशिका का पूरा ग्रन्य भी मूलरूप में दे दिया गया है। इस तरह इस विषय की आज तक की उपलब्ध पूर्ण सामग्री पाठकों के आगे प्रस्तुत की गई है। अनुसन्धान के द्वार सदा खुले रहते हैं। यदि कुछ और भी इस विषय में कहीं मिले तो उसे भी विद्वज्जनों को प्रकट करना चाहिये। आशा है मेरा यह प्रयत्न अनुसन्धानप्रेमी सुधीजनों के लिये कुछ मार्गदर्शक सिद्ध होगा ।

Additional information

Weight 152 g
Dimensions 22 × 14 × 1 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.