Tattvagyan
Original price was: ₹50.00.₹45.00Current price is: ₹45.00.
Description
कितना गम्भीर विषय है यह-तत्त्वज्ञान, जिसका वर्णन करते-करते बड़े-बड़े तत्त्वज्ञानी अन्त में यही कहते सुने गए कि समुद्र का जल जितना एक नन्हे-से लोटे में आ सकता है, उतना ही अल्पज्ञ, सर्वज्ञ को जान सकता है। उसकी महिमा तो वाणी, मन तथा बुद्धि की दौड़ से भी परे है।
यह तत्त्वविवेक मानव-शरीर में ही प्राप्त हो सकता है। तत्त्वज्ञान हो जाने पर संसार तुच्छ प्रतीत होने लगता है, परम-तत्त्व के ज्ञान से ही मन स्थिर हो जाता है। स्वामीजी के दीर्घकाल के अनुभव का परिणाम है यह पुस्तक। इस दुर्लभ साधन ‘मनुष्यत्व’ को पाकर भी यदि तत्त्वज्ञान प्राप्तं न किया तो फिर कब किया जाएगा? इसी विचार से यह पुस्तक आप तक पहुँचाई जा रही है।
Additional information
Weight | 228 g |
---|---|
Dimensions | 18 × 12 × 1 cm |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.