Presentation of Vedic Literature Yogadarshanam
Original price was: ₹450.00.₹325.00Current price is: ₹325.00.
योग दर्शन भारतीय दर्शन की छह प्रमुख दर्शनों में से एक है। यह दर्शन मुख्य रूप से आत्म-साक्षात्कार, चित्त की एकाग्रता, और मोक्ष की प्राप्ति के लिए योग के मार्ग को प्रस्तुत करता है। इसका आधारग्रंथ है – योगसूत्र। 🔷 प्रमुख जानकारी: दर्शन का नाम: योग दर्शनम् (योगदर्शन) प्रवर्तक / सूत्रकर्ता: महर्षि पतञ्जलि मूल ग्रंथ: योगसूत्र (195 सूत्र) दर्शन का उद्देश्य: चित्तवृत्तियों का निरोध करके आत्मा का साक्षात्कार करना 🔷 पतञ्जलि के योगसूत्र – चार पाद (अध्याय): समाधि पाद समाधि (एकाग्रता की चरम स्थिति) का स्वरूप और साधन “योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः” – योग का परिभाषात्मक सूत्र साधन पाद योग का अभ्यास (अष्टांग योग) यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि विभूति पाद योग साधना से प्राप्त होने वाली सिद्धियाँ (विभूतियाँ) ध्यान, धारणा और समाधि का सम्यक उपयोग कैवल्य पाद आत्मज्ञान और मोक्ष (कैवल्य) की अवस्था पुरुष और प्रकृति का अंतिम पृथक्करण 🔷 अष्टांग योग (योग का आठ अंग): यम – अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह नियम – शौच, संतोष, तप, स्वाध्याय, ईश्वरप्रणिधान आसन – स्थिर और सुखद स्थिति प्राणायाम – श्वास का नियंत्रण प्रत्याहार – इंद्रियों को विषयों से हटाना धारणा – एक बिंदु पर मन का स्थिर होना ध्यान – निरंतर उस बिंदु पर मन का प्रवाह समाधि – पूर्ण एकाग्रता में आत्मा का साक्षात्कार 🔷 योगदर्शन की विशेषताएँ: प्रकृति और पुरुष का द्वैत: पतञ्जलि योग दर्शन सांख्य दर्शन से प्रभावित है, परंतु इसमें ईश्वर की स्वीकार्यता है। ईश्वर का वर्णन: योगदर्शन में ईश्वर को “विशेष पुरुष” कहा गया है – जो सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान और कर्मों से अतीत है। मोक्ष का मार्ग: चित्तवृत्तियों के निरोध द्वारा आत्मा की पहचान कर लेना ही मोक्ष है। 🔷 प्रमुख सूत्र: योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः (Yogaś citta-vṛtti-nirodhaḥ) – योग वह है, जो चित्त की वृत्तियों का निरोध (नियंत्रण) है। तदा द्रष्टुः स्वरूपेऽवस्थानम् – तब (चित्त शांत होने पर) आत्मा अपने स्वरूप में स्थित होती है। 🔷 योग दर्शन का प्रभाव और महत्व: योगदर्शन ने भारतीय साधना परंपरा में अत्यंत गहरा प्रभाव डाला है। आज का आधुनिक योग अभ्यास (जैसे आसन, प्राणायाम, ध्यान) – पतञ्जलि के योगदर्शन पर ही आधारित है। यह केवल शरीर साधना नहीं, बल्कि मन, इंद्रिय और आत्मा के संयम का मार्ग है।
Additional information
| Weight | 680 g |
|---|---|
| Dimensions | 22 × 14 × 3 cm |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.




Reviews
There are no reviews yet.