Sukhi grihsth
Original price was: ₹100.00.₹90.00Current price is: ₹90.00.
इस पुस्तक में उन प्रश्नों का सही समाधान एक मित्र, विद्वान, गुरु और मार्गदर्शक की दृष्टि से किया गया है, जो एक आम गृहस्थी व्यक्ति के अन्तर्मन में अपने जीवन-साथी और बच्चों के सम्बन्ध में लगातार उठते रहते हैं, और जिनका उपयुक्त मार्गदर्शन वर्तमान परिस्थिति में प्रायः उपलब्ध नहीं होता। पहले संयुक्त परिवारों की परम्परा के चलते परिवार के बुजुर्ग अपने पोते-पोतियों को आदर्श रूप में पालन-पोषण करने के सम्बन्ध में तरह-तरह की सलाह अपने बच्चों को देते थे। आज संयुक्त परिवार की, गुरु-संन्यासियों को घर पर आमन्त्रित करने की हमारी गौरवशाली परम्परा खत्म सी हो गई है, और कई बार उपयुक्त मार्गदर्शक भी नहीं मिलते। वर्तमान में एकल परिवार के चलते बुजुर्गों के इन मूल्यवान अनुभवों को बांटा जाना काफी कम हो गया है। इन स्थितियों में, अपनी समस्याओं का निदान और गृहस्थ जीवन को सुख-शांतिपूर्वक व्यतीत करने के लिए मार्गदर्शन मिलना सम्भव नहीं हो पाता, लेकिन यह पुस्तक काफी हद तक इस अभाव की पूर्ति करती है।
इस पुस्तक के सामने होने पर गृहस्थ व्यक्ति को बुजुर्गों के विचारों का पता चल जाता है जिससे उन्हें सही निर्णय लेने में आसानी होती है। फलस्वरूप, पति-पत्नी बच्चे आपस में सामंजस्य-संतुलन बना कर, अपने जीवन को अच्छी तरह सुख-शांतिपूर्वक बिताने में सफल हो सकते हैं। इस अति उत्तम कार्य के लिए मैं पूज्य स्वामी विवेकानन्द जी महाराज को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ, कि जो उन्होंने गृहस्थ लोगों की समस्याओं-आवश्यकताओं को समझकर अत्यन्त सरल रोचक भाषा में पुस्तक का सृजन करने की महति कृपा की।
Additional information
Weight | 250 g |
---|---|
Dimensions | 22 × 14 × 1 cm |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.