Sale!

Sukhi Samaj

Original price was: ₹65.00.Current price is: ₹58.50.

Description

डॉ. कपिल देव द्विवेदी का परिचय

डॉ. कपिल देव द्विवेदी एक प्रतिष्ठित विद्वान और समाज सुधारक हैं, जिन्होंने अपने जीवन के करियर में शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका जन्म भारतीय उपमहाद्वीप के एक छोटे से गाँव में हुआ, जहाँ उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने अपने शहर को छोड़कर एक प्रमुख विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की। बाद में, डॉ. द्विवेदी ने पीएचडी की डिग्री हासिल की, जो उनके शोध कार्य के प्रति उनकी गहरी रुचि को दर्शाती है।

शिक्षा के क्षेत्र में, डॉ. कपिल देव द्विवेदी ने कई प्रमुख संस्थानों में अध्यापन किया। उनके शिक्षण शैली में क्रियात्मकता और संवाद का महत्वपूर्ण स्थान था, जिसके माध्यम से वे छात्रों को समझदारी से सोचने के लिए प्रेरित करते थे। उन्होंने विभिन्न प्रकार के समाजशास्त्रीय विषयों पर अनुसंधान किया, जिसमें सामाजिक मुद्दों के समाधान के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण शामिल हैं। उनके कार्यों ने कई छात्रों और युवा विद्वानों को प्रभावित किया, जिन्होंने उनके विचारों को अपनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया।

डॉ. द्विवेदी का सामाजिक काम उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर काम किया, जो निस्वार्थ भाव से कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए समर्पित थे। उनकी दृष्टि थी कि समाज का सच्चा विकास तब संभव है, जब हर व्यक्ति को समान अवसर और अधिकार मिले। उनके जीवन के कई महत्वपूर्ण क्षणों ने उन्हें इस कार्य के प्रति प्रेरित किया, जैसे कि अपने गांव के समुदाय की गरीबी और अशिक्षा को देखकर उठाए गए कदम। उनके अनुभवों ने उन्हें दिखाया कि कैसे एक सुखी समाज का निर्माण संभव है, और इसके लिए एकता और समर्पण आवश्यक है।

सुखी समाज की परिकल्पना

डॉ. कपिल देव द्विवेदी ने सुखी समाज की परिकल्पना को एक समग्र दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया है, जिसमें सुख, संतोष और समरसता के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखा गया है। उनके अनुसार, एक सुखी समाज वह है, जहाँ पर सभी व्यक्तियों को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से संतुष्ट रहने का माहौल मिलता है। डॉ. द्विवेदी का मानना है कि संतोष केवल भौतिक वस्तुओं में नहीं, बल्कि आत्मिक विकास और सामाजिक संबंधों में निहित है। उनके दृष्टिकोण में, सुखी समाज की नींव सहिष्णुता और सहयोग पर आधारित होती है।

डॉ. द्विवेदी की विचारधारा के अनुसार, खुशी और संतोष का अनुभव तभी हो सकता है जब समाज में समरसता और समन्वय की भावना मौजूद हो। वे विभिन्न शोध कार्यों के माध्यम से यह दर्शाते हैं कि जब लोग एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील होते हैं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव की शुरुआत होती है। उदाहरण के तौर पर, उनके द्वारा आयोजित अनेक सामाजिक प्रोजेक्ट्स ने स्थानीय समुदायों में एकजुटता और सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित किया है। यह पहलें न केवल व्यक्तियों को एक साथ लाती हैं, बल्कि समाज के सभी वर्गों के बीच संबंधों को भी मजबूत करती हैं।

डॉ. कपिल देव द्विवेदी का यह मानना है कि शिक्षा और जागरूकता सुखी समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। उनके इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विभिन्न शैक्षिक एवं सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस प्रकार, डॉ. द्विवेदी की परिकल्पना केवल एक सैद्धांतिक विचार नहीं है, बल्कि यह एक व्यावहारिक दृष्टिकोण है, जो समाज में सुख और संतोष के अनुभव को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है।

Additional information

Weight 200 g
Dimensions 18 × 12 × 1 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.